गुरुवार, 2 अप्रैल 2015

बत्तीसी के तँवर (Battisi Tanwar)


बत्तीसी तँवर - पाटन के राव बहादुर सिंह जी के 32 पुत्रों को 32 गाँव दिये गये जिसको बत्तीसी बोलते हैं, जो निम्न प्रकार है

  • पृथ्वीराज को "पाटन" गाँव
  • रणसी और भोनजी को "डोकन" गाँव
  • सोढजी को "जीलो" गाँव
  • भोमा, सुरजन और धामदेव को "माँवडा" गाँव
  • आरोडजी और केलूधीरजी को "भादवाडी" गाँव
  • धीरसिंह को "बेलू" गाँव
  • सीहोजी को "गाँवडी" गाँव
  • झुझा को "भुदोली" गाँव
  • धीरसिंह को "टोडा, गणेश्वर एवम कोण्डला" गाँव
  • धागलजी को "चीपलाटा एवम घाटा" गाँव
  • मेढराज जी को "मेढ व बैराठ" गाँव
  • अखेराज को "जखाडा एवम् खिरोड़ी " गाँव
  • आशादिप* को "नीमोद" गाँव,,,,,
  • नानगदास को "नानगवास" गाँव
  • मेलराज को "इमलोहा" गाँव
  • अंजन को "अजमेर व रायपुर जागीर**" गाँव,,,,
  • गोविंद जी को "मौखता" गाँव
  • पीथोजी और भैरूजी को "प्रीतमपुरी" गाँव
  • भीखमसिंह को "बुखारा***" गाँव
  • तेजसिंह को "कुण्डाली****" गाँव,,,
  • दूदाजी को "सीरोही" गाँव
  • झाडसी को "झाडली" गाँव
  • गजसिह को "खोरोटी" गाँव
  • हालो को "चुडला" गाँव
  • दरजन व बालोजी को "माण्डोली" गाँव मिले
  • आसादिनजी को "हाथीदेह" गाँव मिले।
*महावीर प्रसाद शर्मा ने (तोरावाटी का इतिहास) में आसादिप और आसादिन को एक ही लिखा है।
**महावीर प्रसाद शर्मा ने (तोरावाटी का इतिहास) में अंजनजी को अजमेरी और रामपुरिया गांव लिखा है।
***महावीर प्रसाद शर्मा ने (तोरावाटी का इतिहास) में भीखमसिंह को भीमसहाय और बुखारा को बुचारा गांव लिखा है।
****महावीर प्रसाद शर्मा ने (तोरावाटी का इतिहास) में तेजसिंह को कुण्डाली कि जगह इण्डोली गांव लिखा है।

बत्तीसी के अन्य ठिकाने

  • गणैश्वर नाला- राव रायसलजी ने बसाया।
  • भीतरली गांवड़ी- राव थालोजी ने बसाया।
  • इमलोटा- राव पुरणमलजी के पुत्र राव अडहरजी को मिला।
  • गगताने- राव पुरणमलजी के पुत्र राव खेत को मिला।
  • कालुखोर- राव पुरणमलजी के पुत्रों राव नोलजी और राव सागरजी का मिला।
  • कुंडाला- राव पुरणमलजी के पुत्र राव धीरदेहजी को मिला।
  • सांथल- राव लुणकरण जी के पुत्र राव सांथलजी को मिला।
  • ढाणी रावता- राव बिगमजी और राव पीपोजी को मिला।
  • बायल- राव बायलजी को मिला।
                                            🙏करणसिंह बोरज तँवरान🙏

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